बोली
बोली •बोली एक छोटे क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषा को बोली कहते है। जैसेः खड़ी बोली , ब्रजभाषा , बुन्देली, कन्नौजी , हरियाणवी, मेवाती, मालवी, मारवाड़ी , जयपुरी , गढ़वाली , कुमाऊँनी , मैथिली
बोली •बोली एक छोटे क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषा को बोली कहते है। जैसेः खड़ी बोली , ब्रजभाषा , बुन्देली, कन्नौजी , हरियाणवी, मेवाती, मालवी, मारवाड़ी , जयपुरी , गढ़वाली , कुमाऊँनी , मैथिली
उपबोली • उपबोली बोली से छोटे क्षेत्र में बोली जाने वाली बोली को उपबोली कहते है। • उपबोली भी एक तरह की भाषा है लेकिन इसका क्षेत्र बोली की तुलना में छोटी होती है। जैसे:
हिन्दी की उपभाषाएँ एवं हिन्दी की प्रमुख बोलियाँ : 1927 में जार्ज ग्रियर्सन ने हिन्दी की पाँच उपभाषाएँ एवं 17 बोलियाँ बताएँ है। हिन्दी की पाँच उपभाषाएँ है: 1.पश्चिमी हिन्दी 2.पूर्वी हिन्दी 3.राजस्थानी हिन्दी 4.पहाड़ी
हिन्दी भाषी राज्य: हिन्दी भाषी राज्य का मतलब होता है कि ऐसे राज्य जहां के निवासियों की बोलचाल की भाषा हिन्दी है, उसे हिन्दी भाषी राज्य कहते है। भारत में कुल नौ (9) हिन्दी हिन्दी
भाषा के विकास क्रम: √उपबोली √बोली √उपभाषा √भाषा √उपबोली बोली से छोटे क्षेत्र में बोली जाने वाली बोली को उपबोली कहते है। जैसे: श्रीनगरी, नागपुरिया, बधानी, सलानी, राठी, माँझ-कुमैया ,दसौल्या, लोहब्या , टेहरी .. यादि
1.प्राचीन भारतीय आर्य भाषा प्राचीन भारतीय आर्य भाषा (1500 ई०- 500 ई० ) प्राचीनभारतीय आर्य भाषा के दो भाग है। (I) वैदिक संस्कृत ( 1500 ई० पू०- 1000 ई० पू० ) (॥) लौकिक संस्कृत (
भाषा परिवार: आपस में सम्बंधित भाषाओं के समूह को भाषा परिवार कहते है भारत में कुल पांच भाषा परिवार है 1 इंडो आर्य भाषा परिवार 2 द्रविड़ भाषा परिवार 3 चीनी तिब्बती भाषा परिवार 4
✓भाषा के प्रकार भाषा के दो प्रकार होता है 1. मौखिक भाषा 2. लिखित भाषा एक अन्य भाषा के प्रकार होता है : सांकेतिक भाषा 1.मौखिक भाषा : यदि कोई व्यक्ति अपने विचार एवं भाव
√भाषा भाषा के निर्माण संस्कृत के भाष् धातु से हुआ है। भाष् धातु का अर्थ है : वाणी की अभिव्यक्ति । •भाषा शब्द संस्कृत के भाष् धातु से बना है जिसका अर्थ है बोलना या