सांकेतिक भाषा: अर्थ, परिभाषा, विशेषताएँ, महत्व, उद्देश्य, प्रभाव

सांकेतिक भाषा परिचय (Sign Language Introduction): सांकेतिक भाषा वह भाषा है जिसमें शब्दों की बजाय संकेत, हाव-भाव और प्रतीक का प्रयोग होता है। यह मूक-बधिर व्यक्तियों के लिए संचार का मुख्य माध्यम है। इसके

भाषा

भाषा भाषा एक विशाल क्षेत्र में बोलने , लिखने ,पढ़ने, समझने, साहित्य रचना करने एवं संचार माध्यमों में परस्पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए प्रयोग होने वाली विकसित बोली को ही भाषा कहते