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√भाषा

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भाषा के निर्माण संस्कृत के भाष् धातु से हुआ है।

भाष् धातु का अर्थ है : वाणी की अभिव्यक्ति ।

•भाषा शब्द संस्कृत के भाष् धातु से बना है जिसका अर्थ है बोलना या कहना.

एमआईटी के भाषाविद् शिगेरु मियागावा द्वारा विकसित, एकीकरण सिद्धांत इस विचार पर आधारित है ,भाषा की उत्पत्ति से आशय उस काल से है जब मानव ने बोलना आरम्भ किया और ‘भाषा’ सीखना आरम्भ किया .

भाषा किसे कहते हैं ( Bhasha kise kahte) या भाषा की परिभाषा :

1- यदि कोई व्यक्ति अपने विचार एवं भाव को ध्वनि के माध्यम से प्रकट करता है तो उसे भाषा कहते है।

2- भाषा, विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने और संवाद करने का एक माध्यम है, उसे भाषा कहते है।

3- जो वाणी वर्णों में व्यक्त होती है, उसे भाषा कहते हैं .

4- भाषा मुख से उच्चारित होने वाले शब्दों और वाक्यों आदि का वह समूह है जिनके द्वारा मन की बात बतलाई जाती है,उसे भाषा

कहते है।

बहुत सारे भाषा वैज्ञानिक हुएं जिन्होंने भाषा की परिभाषाएं दिए है उनमें से कुछ भाषा वैज्ञानिकों के परिभाषाओं के बारे में नीचे लिखा है

1 डॉ. कामता प्रसाद गुरू :- भाषा वह साधन है जिसके द्वारा मनुष्य अपने विचार दूसरों तक भलीभाँति प्रकट कर सकता है और दूसरों के विचार स्पष्टतया समझ सकता है

2 क्रोचे :- भाषा सीमित एवं व्यक्त ध्वनियों के नाम है जिन्हे हम अभिव्यक्ति के लिए संगठित करते है।

3 सीता राम चतुर्वेदी :- भाषा के आविर्भाव से सारा संसार गूंगों की विराट बस्ती बनने से बच गया ।

√भाषा की विशेषताएं :

1-भाषा परिवर्तनशील है

2-भाषा गतिशील है

3-भाषा कठिनता से सरलता की ओर गतिमान होती है

4-भाषा अनुकरण से सीखी जाती है.

5-भाषा पैतृक सम्पत्ति नही है.

6-भाषा अर्जित सम्पत्ति है.

7-भाषा सम्प्रेषण (communication) का माध्यम है.

8-भाषा का निर्माण व्यक्त ध्वनियों से होता है.

9-भाषा का निर्माण भी समाज के द्वारा होता है.

10-भाषा सामाजिक सम्पत्ति है.

11-भाषा , पारंपरिक मौखिक, हस्तलिखित (हस्ताक्षरित) या लिखित प्रतीकों की एक प्रणाली है.

12-भाषा वह साधन है, जिसके माध्यम से अपने विचारों को व्यक्त करते हैं।

आज हम भाषा की प्रकृति और विशेषताओं तथा इसके विभिन्न पहलुओं के बारे में जानें.

https://youtu.be/IhG7MYsfSSI

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