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लिखित भाषा

यदि कोई व्यक्ति अपने विचार एवं भाव को लिखकर प्रकट करता है और अन्य कोई व्यक्ति उसे पढ़कर समझ जाता है तो उसे लिखित भाषा कहते है।

•लिखित भाषा की सबसे छोटी इकाई वर्ण या अक्षर है।

उदाहरण :

( 1 ) किताब पढ़ना

( 2 ) अखबार पढ़ना

( 3 ) शादी के कार्ड पढ़ना

( 4 ) मेसेज़ पढ़ना

लिखित भाषा की विशेषताएँ:

(1) लिखित भाषा स्थायी होती है।

(2) इसमें विचार स्पष्ट रूप से प्रकट होते हैं।

(3) यह सुव्यवस्थित और नियमबद्ध होती है।

(4) यह प्रमाण के रूप में काम आती है।

(5) इसमें विचारों का विस्तार किया जा सकता है।

(6) यह अधिक औपचारिक होती है।

(7)इसे बार-बार पढ़कर समझा जा सकता है।

(8)इसमें विराम चिह्नों का प्रयोग होता है।

लिखित भाषा का महत्व

1. ज्ञान का संरक्षण होता है।

2. प्रमाण के रूप में उपयोगी है।

3. शिक्षा का मुख्य आधार है।

4. संचार का साधन है।

5. संस्कृति का संरक्षण करती है।

6. विचारों का विस्तार संभव है।

7. प्रशासन, व्यापार और विज्ञान में आवश्यक है।

लिखित भाषा के उद्देश्य

1. विचारों की अभिव्यक्ति।

2. ज्ञान का प्रसार।

3. संस्कृति का संरक्षण।

4. प्रमाण प्रस्तुत करना।

5. संचार का साधन।

6. शिक्षा और अनुसंधान।

7. व्यवस्था और नियमन।

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