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उपभाषा

बोली के विकसित रूप को उपभाषा कहते है।

जैसेः

हिन्दी की पाँच उपभाषाएँ

1.पश्चिमी हिन्दी

2.पूर्वी हिन्दी

3.राजस्थानी हिन्दी

4.पहाड़ी हिन्दी

5.बिहारी हिन्दी

उपभाषा की विशेषताएँ:

1.उपभाषा में साहित्य की रचनाएँ होती है।

2.एक उपभाषा के अन्तर्गत कई बोलियाँ हो सकती है।

3.इसकी कोई लिपि एवं व्याकरण नहीं होती है।

4.उपभाषा , बोली एवं भाषा के बीच की कड़ी है

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