भाषा के विकास क्रम: उपबोली, बोली, उपभाषा, भाषा

भाषा के विकास क्रम: √उपबोली √बोली √उपभाषा √भाषा √उपबोली बोली से छोटे क्षेत्र में बोली जाने वाली उपबोली को बोली कहते है। जैसे: श्रीनगरी, नागपुरिया, बधानी, सलानी, राठी, माँझ-कुमैया ,दसौल्या, लोहब्या , टेहरी .. यादि

सामान्य हिन्दी व्याकरण, भाषा-विज्ञान पार्ट-4

1.प्राचीन भारतीय आर्य भाषा प्राचीन भारतीय आर्य भाषा (1500 ई०- 500 ई० ) प्राचीनभारतीय आर्य भाषा के दो भाग है। (I) वैदिक संस्कृत ( 1500 ई० पू०- 1000 ई० पू० ) (॥) लौकिक संस्कृत (

सम्पूर्ण भारत का भाषा परिवार

भाषा परिवार: आपस में सम्बंधित भाषाओं के समूह को भाषा परिवार कहते है भारत में कुल पांच भाषा परिवार है 1 इंडो आर्य भाषा परिवार 2 द्रविड़ भाषा परिवार 3 चीनी तिब्बती भाषा परिवार 4

भाषा के भेद या भाषा के प्रकार

✓भाषा के प्रकार भाषा के दो प्रकार होता है 1. मौखिक भाषा 2. लिखित भाषा एक अन्य भाषा के प्रकार होता है : सांकेतिक भाषा 1.मौखिक भाषा : यदि कोई व्यक्ति अपने विचार एवं भाव

भाषा के निर्माण , परिभाषा , विशेषताएँ

√भाषा भाषा के निर्माण संस्कृत के भाष् धातु से हुआ है। भाष् धातु का अर्थ है : वाणी की अभिव्यक्ति । •भाषा शब्द संस्कृत के भाष् धातु से बना है जिसका अर्थ है बोलना या